एक दिन अचानक,
ये एक नाटकीय मोड़ था, वो रहस्यमयी छायापुरुष जो पाठकों के जीवन मे रंग भरने मे माहिर था, वो और कोई नहीं मेरे बचपन का सहपाठी निकला। कभी अपने आपको नागराज से प्रेरित, ये महानुभाव कॉमिक्स संकलन मे तल्लीन हुआ करते थे। कालांतर मे जीविकोपार्जन के संघर्ष मे संपर्क टूट गया था। मित्रों का पुनर्मिलन, ये बाबा गोरखनाथ की कृपया थी या देव कालजयी का आशीर्वाद, इसका अंतर बतला पाना कठिन कार्य है। फिर क्या था, दूरभाष यंत्र ने मिलने मे सहजता प्रदान कर दी।
दिन का समय था, Coloring Passion के स्टूडियो मे मुलाकात हुई, बचपन जीवंत हो उठा, जीवन के उतार चढ़ाव के बीच के समय मानो रुक सा गया था। कॉमिक्स जगत के निरंतर यात्रा के बारे मे विस्तृत चर्चा हुई। आनेवाले समय मे कई आश्चर्यों पाठक परिचित होंगे। रुद्राक्ष जी ने अपना जीवन कॉमिक्स जगत को समर्पित कर दिया है। इनके रंगसज्जा से पुनरमुद्रित कॉमिक्स के पात्र जीवंत हो उठते हैं। किस्से कहानियों के रोचक दुनिया के सफर मे बचपन की महक फिर से ताजा हो उठी। समय कब बीता, ये पता न चल पाया। हालाँकि, बंधुवर ने अपनी कलाकारी वाली कॉमिक्स मे अपने हस्ताक्षर करके ये अनमोल भेंट उपहार स्वरूप मुझे प्रदान की।
मैंने अपने बचपन के जुनून को कॉमिक्स जगत की उन्नति की ओर शोध का कार्य शुरू किया है, इस परिश्रम मे रुद्राक्ष जी ने अपनी भागीदारी बखूबी निभाई है।
पूर्ण साक्षात्कार के लिए कृपया क्लिक करें : https://youtu.be/sht5DY3z8FU
प्रबुद्ध
पाठकों से विनम्र निवेदन है कॉमिक्स जगत की भलाई मे वो भी अपनी अमूल्य राय नामांकित
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इस महत्वपूर्ण प्रयास में आपकी सहायता के लिए धन्यवाद ।